धरना स्थल पर पहुंचे बिरजू कुशवाहा ने किसानों की समस्याएं सुनते हुए कहा कि भैंसवार के किसान कई बार अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी सोनभद्र से मिले, लेकिन प्रशासन किसानों की फरियादों को अनसुना कर रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की इस लड़ाई को अंत तक लड़ा जाएगा और उनकी मांगों को पूरा करवाना ही आंदोलन का लक्ष्य है।
ग्राम इकाई सदस्य कुन्दन कोल जिनकी उम्र लगभग 85 वर्ष हो चुका है उनकी जन्म भैसवार हुआ था इन्हों ने आरोप लगाया कि भैंसवार गांव की चकबंदी प्रक्रिया में किसानों के साथ गंभीर अन्याय किया जा रहा है। उनका कहना है कि अधिकारी भूमाफियाओं के इशारे पर काम कर रहे हैं, जो बेहद निंदनीय है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक किसानों
की पाँच सूत्रीय मांगों की निष्पक्ष जांच नहीं की जाती, तब तक धरना किसी भी स्थिति में खत्म नहीं होगा, चाहे धारना महीनों तक ही क्यों न चले।
ग्राम इकाई सदस्य राम प्रसाद मौर्य ने कहा कि क्षेत्रीय विधायक डॉ. अनिल कुमार मौर्य को धरना स्थल पर आकर किसानों की बात सुननी चाहिए थी। क्योंकी भैसवार गाव लगभग 600 घर मौर्य उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि किसानों को अब ऐसा लगने लगा है जैसे विधायक साहब शायद "2027 में ही हाल-चाल लेने आएंगे।"
*धरने में भारी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति
धरना स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के जिला अध्यक्ष बिरजू कुशवाहा, कुन्जन कोल, राम प्रसाद मौर्य, छोटेलाल, रामपाल पटेल , ,मोहन कोल संतु मौर्य, धर्मदेव यादव, , जिऊत बियार, लल्लन मौर्य, ज्वाहिर बियार, कन्हैया बियार, महेंद्र, बियार, गुरुचरण, राम सकल सहित अनेक किसान धरने में शामिल रहे।
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