सुहागिनों का सबसे प्रिय पर्व करवा चौथ इस साल 10 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाया जाएगा. इस शुभ अवसर पर विवाहित महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए निर्जला व्रत रखेंगी. सोलह श्रृंगारों में सबसे खास मानी जाने वाली मेहंदी इस दिन सिर्फ सजावट का नहीं, बल्कि सौभाग्य, प्रेम और ग्रह-ऊर्जा का प्रतीक बन 200 साल बाद करवा चौथ पर बन रहा दुर्लभ संयोग! इन राशियों के कपल्स की चमकेगी किस्मत
मेहंदी का ज्योतिषीय रहस्य
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मेहंदी में चंद्र और शुक्र ग्रह की ऊर्जा निहित होती है. चंद्रमा मन की शांति, शीतलता और भावनात्मक स्थिरता का कारक है, जबकि शुक्र ग्रह प्रेम, सौंदर्य और दांपत्य सुख का प्रतिनिधि माना जाता है.
करवा चौथ का व्रत एक गहन तपस्या है, जिसमें मेहंदी शरीर को शीतलता देती है और उपवास के दौरान मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करती है
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